नई दिल्ली
पूर्व भारतीय कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत ने ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज से पहले तेज गेंदबाज हर्षित राणा की कड़ी आलोचना की थी। उन्होंने भारतीय वनडे टीम में 23 वर्षीय हर्षित के सिलेक्शन पर सवाल उठाया था। उन्होंने यहां कह दिया कि राणा को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे टीम में इसलिए चुना गया क्योंकि वह हेड कोच गौतम गंभीर की जी-हुजूरी करते हैं। हालांकि, 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य श्रीकांत ने वनडे सीरीज समाप्त होने के बाद अब हर्षित की तारीफ की है। हर्षित ने सिडनी में आयोजित तीसरे वनडे में 8.4 ओवर में 39 रन देकर चार विकेट चटकाए। उन्होंने एलेक्स कैरी (24), कूपर कोनोली (23) मिचेल ओवेन (1), जोश हेजलवुड (V) का शिकार किया और ऑस्ट्रेलिया को 236 रन पर रोका। भारत ने सिडनी में 9 विकेट से जीत दर्ज की। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया।
श्रीकांत ने तीसरे वनडे के बाद अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “हर्षित राणा ने शानदार गेंदबाजी की। एक वनडे में चार विकेट लेना बड़ी उपलब्धि है। ओवेन का विकेट मेरा पसंदीदा रहा। उन्होंने शानदार गेंद डाली और रोहित शर्मा ने एक बेहतरीन कैच लपका। हर्षित ने शानदार लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की। पिछले मैच में डेथ ओवरों में काफी नुकसान हुआ था लेकिन इस मैच में उन्होंने डेथ ओवरों में भी बहुत अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने सिडनी में शॉर्ट बॉलिंग नहीं की और न ही बहुत ज्यादा स्लोअर गेंदें फेंकी। हर्षित राणा इस मैच के लिए तारीफ के हकदार हैं। मैं उनके लिए बहुत खुश हूं। हां, मैंने आपकी बहुत आलोचना की लेकिन आखिरकार आपने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने पिछले मैच में बल्ले से रन बनाने और गेंद से पहले स्पैल के बाद अपना आत्मविश्वास वापस पा लिया।”
बता दें कि हर्षित को पहले वनडे में कोई विकेट नहीं मिला था। उन्होंने एडेलिड में दूसरे वनडे में नाबाद 24 रन बनाने के अलावा दो विकेट चटकाए। हालांकि, हर्षित ने एडिलेड में 8 ओवर मे 59 रन लुटा दिए दिए थे। कप्तान शुभमन गिल का कहना है कि अगर हर्षित बल्ले से 20 से 25 रन का योगदान कर सकते हैं तो वह आठवें नंबर पर गेंदबाजी ऑलराउंडर हो सकते हैं, जिसकी भारत को तलाश है। गिल ने सिडनी वनडे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ''मुझे लगता है कि हमारे लिए आठवें नंबर के स्थान के लिए अगर कोई बल्लेबाज वहां 20-25 रन बना सकता है तो यह बहुत अहम स्थान बन सकता है। हमें भरोसा है कि हर्षित ऐसा कर सकता है।'' उन्होंने कहा, ''बहुत कम तेज गेंदबाज हैं जो लंबे हैं और जो 140 से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। इसलिए अगर हम दक्षिण अफ्रीका (2027 वनडे वर्ल्ड कप) को देखें तो ऐसी विकेटों पर ऐसे गेंदबाज बहुत अहम हो जाते हैं।''

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