गाज़ा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि गाजा में अगर इजरायल के सैनिक मारे जाते हैं तो उसे जवाबी हमला करना चाहिए. राष्ट्रपति ट्रंप के अनुसार इजरायल को जवाबी कार्रवाई का अधिकार है. इस बीच इजरायल ने गाजा में हमास पर फिर से अटैक किया है. इजरायल के ताजा हवाई हमलों में कम से कम 30 लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल हुए हैं.
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे हमास के खिलाफ "शक्तिशाली हमला" बताया है. इजरायल का यह हमला इस महीने की शुरुआत में अमेरिका द्वारा मध्यस्थता किए गए युद्धविराम के बावजूद हुआ है. हालांकि ट्रंप ने कहा है कि कोई भी घटना 'सीजफायर' को खत्म नहीं कर सकती है.
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच अक्टूबर 2025 में हुए सीजफायर के बाद हमास ने 13 अक्टूबर को सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा किया, बदले में इजरायल ने फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा.
दोनों देशों के बीच सीजफायर 9-10 अक्टूबर को प्रभावी हुआ, जिसमें हमास ने 13 अक्टूबर को सभी 20 जीवित इजरायली बंधकों को रिहा किया, बदले में इजरायल ने करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त किया.
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर क्यों टूटा?
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर पहले ही अविश्वास की बुनियाद पर पनपा था. हमास ने 20 जिंदा इजरायली बंधकों को छोड़ दिया. इसके बाद जब मृत बंधकों को छोड़े की बारी आई तो इजरायल ने आरोप लगाया कि हमास ने उसके नागरिकों के क्षत-विक्षत शव सौंपे हैं जो समझौते का ' स्पष्ट उल्लंघन'है.
एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने कहा कि हमास के आतंकवादियों ने तथाकथित पीली रेखा के पूर्व में इज़राइली फोर्सेज पर हमला किया. ये रेखा गाजा के इज़राइली कब्जे वाले हिस्से को शेष क्षेत्र से अलग करती है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार राफा क्षेत्र में तैनात सैनिक कथित तौर पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) और स्नाइपर फायरिंग की चपेट में आ गए. इस दौरान इजरायल के दो सैनिक मारे गए. हमास ने इन हमलों में हाथ होने से इनकार किया है.
इसके बाद दोनों पक्षों के बीच सीजफायर टूट गया.
हमास के हमले के बाद इजारायली रक्षा मंत्री इज़रायल काट्ज़ ने चेतावनी दी कि इज़राइली रक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए हमास को "भारी कीमत" चुकानी पड़ेगी. काट्ज की टिप्पणी के तुरंत बाद गाजा सिविल डिफेंस ने बताया कि गाजा शहर के अल-सबरा इलाके में एक इज़रायली हवाई हमला हुआ है.
हमास ने इसका खंडन किया और इजरायल को हमलों को दोषी ठहराया. 28 अक्टूबर को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना को 'शक्तिशाली और तत्काल' हमले का आदेश दिया, जिसमें गाजा पर हवाई स्ट्राइक्स हुईं. इनमें कम से कम 30 लोग मारे गए.
क्या अब हमास का खात्मा करेगा इजरायल?
ट्रंप भले ही कह रहे हो कि सीजफायर अभी भी कायम है लेकिन इजरायल ने हमलों की नई खेप में गाजा पट्टी पर जबर्दस्त अटैक किए हैं. इस दौरान 30 लोग मारे गए हैं.
हमेशा से इजरायल का लक्ष्य हमास की सैन्य ताकत को कमजोर करना और उसके नेटवर्क को नेस्तनाबूद करना है. इजरायली नेतृत्व लगातार बयान दे रहा है कि यदि हमास ने सीजफायर या शांति की शर्तें नहीं मानीं, तो उसका पूरी तरह सफाया किया जाएगा.
सीजफायर के तुरंत बाद इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था, "हमास इस समझौते पर तभी राजr हुआ जब उसे लगा कि तलवार उसकी गर्दन पर टिकी है और वह अब भी उसकी गर्दन पर ही है… हमास को निरस्त्र कर दिया जाएगा और गाजा से सभी हथियार हटा दिए जाएंगे."
तब अपनी मंशा जाहिर करते हुए नेतन्याहू ने कहा था, "अगर यह आसान तरीके से हो जाए, तो और भी अच्छा. और अगर नहीं, तो इसे कठिन तरीके से हासिल किया जाएगा."
सैन्य विश्लेषक मानते हैं कि अगले दिनों में इजरायल और भी आक्रामक हो सकता है.
बता दें कि नेतन्याहू की कैबिनेट हमेशा से हमास के खिलाफ कठोर कदम उठाने की समर्थक रही है. इजरायल वित्त मंत्री बेज़लेल स्मोट्रिच ने "हमास के लगातार उल्लंघनों के जवाब में" बदले में रिहा किए गए फ़िलिस्तीनियों को फिर से गिरफ़्तार करने का आग्रह किया था.
वहीं इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-ग्वीर ने कहा कि इसका सही जवाब "हमास को पूरी तरह से नष्ट करना" है.
हमास और इजरायल के बीच की दुश्मनी अब किस ओर जाएगी, इजरायल कितना आक्रामक होगा अब ये अमेरिकी रुख पर निर्भर करता है.

More Stories
साउथ कोरिया में ट्रंप का जलवा! मिला देश का सबसे बड़ा सम्मान ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ मुगुंगवा’
भारत को दो तरफा घेरने वाला पाकिस्तान अब खुद घिरा! 8000 KM सीमा पर बढ़ा जंग का डर
सलमान खान पर पाकिस्तान का बड़ा आरोप? आतंकी घोषित करने पर मचा बवाल