July 22, 2025

अब एटीएम से बिना कार्ड के भी निकालें पैसे: जानें कैसे

नई दिल्ली

ATM कार्ड नहीं है? खो गया या घर पर छूट गया? अब इससे फर्क नहीं पड़ता. टेक्नोलॉजी ने इस समस्या का हल ढूंढ़ लिया है, Cardless Cash Withdrawal via UPI. आजकल कई बैंक ऐसे ATM मशीनें उपलब्ध करा रहे हैं, जिनसे आप केवल UPI ऐप के माध्यम से कैश निकाल सकते हैं, वो भी बिना कार्ड लगाए. भारत में कुछ चुनिंदा बैंकों ने यह सुविधा शुरू कर दी है और धीरे-धीरे यह पूरे देश में फैल रही है.

बिना कार्ड के ATM से पैसे निकालने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया

Step 1: ATM पर जाएं: ATM मशीन के पास जाएं और स्क्रीन पर ‘Cardless Cash Withdrawal’ या ‘UPI Cash Withdrawal’ विकल्प चुनें.

Step 2: QR कोड स्कैन करें: ATM स्क्रीन पर एक QR कोड दिखाई देगा. अपने स्मार्टफोन में कोई भी UPI ऐप (जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm या BHIM) खोलें और QR कोड स्कैन करें.

Step 3: राशि दर्ज करें: UPI ऐप में वह राशि दर्ज करें जितना कैश आप निकालना चाहते हैं.

Step 4: UPI पिन डालें और कन्फर्म करें: अब अपना UPI पिन डालें और ट्रांज़ैक्शन कन्फर्म करें.

Step 5: कैश प्राप्त करें: कन्फर्मेशन के बाद ATM से तुरंत कैश निकल जाएगा, बिना कार्ड लगाए, बिना स्क्रीन को टच किए.

किन बातों का रखें ध्यान?
    आपके स्मार्टफोन में UPI ऐप इंस्टॉल और सक्रिय होना चाहिए.
    आपका बैंक अकाउंट UPI ऐप से लिंक होना अनिवार्य है.
    यह सुविधा केवल उन्हीं ATM मशीनों में उपलब्ध है, जिनमें UPI-इनेबल्ड कैश विथड्रॉल सिस्टम लगा है.
    हर बैंक की नकद निकासी सीमा अलग-अलग हो सकती है (जैसे ₹5,000 या ₹10,000 प्रति दिन).
    नेटवर्क या OTP/पिन में देरी के कारण ट्रांज़ैक्शन असफल हो सकता है — इसलिए इंटरनेट कनेक्शन अच्छा रखें.

कौन-कौन से बैंक दे रहे हैं यह सुविधा?
भारत के कई प्रमुख बैंक अब UPI आधारित कार्डलेस कैश विथड्रॉल सुविधा प्रदान कर रहे हैं. इनमें शामिल हैं:

    HDFC Bank
    ICICI Bank
    State Bank of India (SBI)
    Bank of Baroda
    Union Bank of India
    Punjab National Bank (PNB)

इन बैंकों के चुनिंदा ATM में यह सुविधा उपलब्ध है, और जल्द ही यह पैन-इंडिया स्तर पर लागू होने की उम्मीद है.

क्यों बढ़ रही है कार्डलेस ATM की मांग?
    सुरक्षा: ATM कार्ड खोने या क्लोनिंग से बचाव.
    सहूलियत: केवल मोबाइल और इंटरनेट से ट्रांज़ैक्शन की सुविधा.
    फिजिकल टच-फ्री: कोरोना काल के बाद से टचलेस टेक्नोलॉजी की मांग बढ़ी.
    डिजिटल इंडिया को बढ़ावा: सरकार और RBI की संयुक्त पहल से डिजिटल ट्रांज़ैक्शन को प्रोत्साहन.