मदुरै
तमिलनाडु में अन्ना विश्वविद्यालय की एक छात्रा के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में विपक्षी दलों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने पहले कहा कि वह द्रमुक सरकार के हटने तक चप्पल नहीं पहनेंगे और नंगे पैर ही चलेंगे। इसके बाद आज उन्होंने न्याय की मांग करते हुए खुद को कोड़े से पीटा। आपको बता दें कि भाजपा ने आरोप लगाया है कि आरोपी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) का पदाधिकारी है। हालांकि, सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोपों को खारिज कर दिया है।
इससे पहले अन्नामलाई ने आरोपी की द्रमुक नेताओं के साथ तस्वीरें दिखाते हुए आरोप लगाया कि वह सत्तारूढ़ पार्टी की छात्र शाखा का पदाधिकारी है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े होने के कारण अपराध को अंजाम दिया। उन्होंने कोयंबटूर में संवाददाताओं से कहा कि चूंकि आरोपी द्रमुक से जुड़ा था, इसलिए पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
पुलिस के मुताबिक, 37 साल के आरोपी पहले से ही कम से कम 10 आपराधिक मामलों में संलिप्त रहा है। आरोपी ज्ञानशेखरन ने पीड़िता को धमकाया था और कहा था कि जब भी वह उसे बुलाए उसे मिलने आना होगा।
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग ने घटना का संज्ञान लिया और इसकी निंदा की। आयोग ने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शंकर जीवाल को पत्र लिखकर आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 71 लागू करने को कहा, जो बार-बार अपराध करने वालों से निपटने से संबंधित है। इसने कहा, ‘‘आयोग ने पाया है कि आरोपी आदतन अपराधी है और उसने पहले भी इसी तरह के अपराध किए हैं, और वह द्रमुक की सैदाई-पूर्व छात्र शाखा का उप-संगठक है। इसके अलावा, यह आरोप लगाया गया है कि उसके खिलाफ दर्ज सभी मामलों को ठंडे बस्ते में डाला जा रहा है।’’

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